कमर का दर्द क्या होता है? कारण, लक्षण एवं कुछ आसान उपाय

कमर दर्द क्या होता है? – कमर या पीठ के किसी भी भाग में अत्यधिक भार पड़ने पर हमारी कमर की अस्थियां या हड्डियाँ अपनी जगह से खिसक जाती है, जिसके कारण दर्द होता है आजकल कमर दर्द की समस्या बच्चों से लेकर बूढ़ों में तक देखने को मिलती है। बच्चों में तो यह दर्द जल्दी से ठीक हो जाती है, परंतु वयस्कों और बूढ़े लोगों में कमर दर्द या पीठ दर्द की समस्या लगातार काफी समय तक रहती है। और इसकी वजह से कमर दर्द वाले लोगों को अपने कई कार्यों को करने में परेशानी होती है

कमर दर्द (Back Pain) या पीठ दर्द क्यों होता है हिंदी में?

कमर दर्द को आम भाषा में हम पीठ दर्द भी कहते हैं हमारे लोवर (निचली, मिडिल (मध्यम) और अपर (ऊपरी) बैक (कमर) में मांसपेशियों का खिंचाव होता है तो हमारी कमर में अकड़नपन जैसी आ जाती है। जिससे हमारे कमर में दर्द होने की संभावना बनी रहती है।

कमर दर्द (Back pain) होने के लक्षण एवं घरेलू नुस्खा हिंदी

1. कमर की मंस्पेसियो में खिंचाव –हमारी मांसपेशियों में खिंचाव आना कमर दर्द का मुख्य लक्षण है। मांसपेशियों में खिंचाव आने के कारण हमारी कमर की हड्डियाँ में जकड़पन आ जाता है और यही जकड़न धीरे – धीरे दर्द का रूप ले लेती है।

2. दर्द का लम्बे समय तक रहना – कमर दर्द का लम्बे समय तक रहना यह दर्द मोटापा शरीर वाले लोगों में ज्यादातर होता है। और अपने मोटापे के कारण अधिकतर वह विश्राम करते है जिसके कारण उनके शरीर में हर समय जकड़न रहता है और दर्द बना रहता है।

3.ज्यादातर बिस्तर पर लेटे रहना – अधिकतर लोगों की आदत रहती है कि वे हर समय कुछ भी कार्य करने के बाद सीधे बिस्तर पर लेट जाते है। अपने शरीर को आवश्यकता से ज्यादा विश्राम देते है, जैसे फ़ोन चलाते समय, गाने सुनते समय और टीवी देखते समय। जिसके कारण हमारे शरीर को ज्यादा विश्राम मिलने पर हमारा कमर दर्द होता है।

4.कमर का दर्द पैरों तक पहुंचना – कभी- कभी हमारे कमर दर्द का दर्द हमारे घुटनों और पैरों तक चले जाता है। यह साइटिका में बड़ा चुभने वाला दर्द होता है जो कमर की आख़िरी कसेरुकाओ और नितम्बीय कसेरुकाओ के बीच के भाग से बढ़ते हुए पैरों तक पहुँच जाती है और इसी कारण दर्द होता है।

5. घरेलू नुस्खा –
  आजकल ज्यादातर लोग आजकल एक ही जगह पर सुबह से लेकर शाम तक बैठे – बैठे अपना काम करते है जिसके कारण उनके पुरे शरीर में दर्द होने लगता है खासकर कमर में दर्द होता है तो उन लोगो को घरेलू उपाय के जरिये अपने शरीर को स्वस्थ रखना चाहिए। जैसे – रात को सोने से आधा घंटा पहले सरसों या तिल के तेल को हल्का गर्म करें और अपने पुरे शरीर पर तेल की मालिश करे खासकर अपने कमर या पीठ पर इस घरेलू उपाय से बहुत आराम मिलता है और सुबह उठने पर हमे दर्द का बिलकुल भी महसूस नहीं होता है और सम्भव हो सके तो रात को एक गिलास दूध और उसमे आधा चमच्च से भी कम हल्दी मिलाकर ढंग से हल्दी को दूध में मिला कर पि लें इस घरेलू उपाय से भी हमें बहुत लाभ मिलता है क्योकि यह हमारे हडिड्यो या मांसपेसियों को हर समय मजबूत बनाये रखता है इसलिए जितना हो सके दर्द होने पर घरेलू उपायों का ज्यादा प्रयोग करें और बाहरी दवाइयों को रोग अधिक होने पर ही प्रयोग में लाये।

कमर दर्द या पीठ दर्द के कारण और ठीक करने के लिए एक्सरसाइज

1. मांसपेसियों में खिंचाव – कभी हम दूसरों को खुश करने के लिए किसी वस्तु पर अपनी छमता से ज्यादा बल लगाते है जिसके कारण हमारी कमर की हड्डिया खिसक जाती है और कमर दर्द शुरू हो जाता है, किसी वस्तु को गलत ढंग से उठाने से भी कमर दर्द का कारण हो सकता है।

2. केल्शियम की कमी – हमारे शरीर में कैल्शियम की मात्रा पर्याप्त रूप में होनी चाहिए, कैल्शियम हमारे शरीर की अस्थियों यानि हड्डियों को मजबूत बनाए रखता है, इसलिए जिन लोगों के शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम होती है तो उन लोगों में कमर दर्द की संभावना अधिक रहती है।

3.एक ही गजह पर बैठकर काम करना – डिजिटल इंडिया होने से आजकल सारे काम ऑनलाइन हो गये है। जिसके कारण हमें कई देर तक एक ही जगह पर काफी समय तक बैठना पड़ता है और काम करना पड़ता है, कई देर तक एक ही जगह पर बैठे रहने से हमारा शरीर जकड़ (कड़कपन) जाता है और उठने के बाद सबसे ज्यादा दर्द हमारे कमर में होता है।

4. बैठने की मुद्रा – बैठने की सही मुद्रा में हमारी कमर सीधी होना चाहिए कई लोग टीवी देखते समय, फ़ोन चलाते समय, और जागरण में बैठते समय बेढंग से बैठते है, इसी कारण है कि इन लोगों में कमर दर्द की संभावना अधिक होती है।

5. गलत ढंग से सोना – रात को सोते समय हमें पीठ के बल सोने से हमारा शरीर पूर्णं से विश्राम करता है जिसमें हमारे शरीर की सभी मांसपेशियापूर्ण रूप से शांत और शीतल हो जाती हो, परन्तु गलत ढंग से सोने यानि पेट के बल, एक तरह सोने से हमारे शरीर को पूर्ण विश्राम नहीं मिलता है जिसके कारण सुबह उठने के बाद हमारा शरीर और कमर दर्द होता है।

6. एक्सरसाइज – एक्सरसाइज का मतलब होता है अपने शरीर ध्यान रखना यानि अपने शरीर की सभी मांसपेसियों को समय – समय हिलाते डुलाते रहना। एक्सरसाइज हमें सुबह के समय करना चाहिए क्योकि शांत वातावरण में हमारा ध्यान सिर्फ हमपे या खुद पर होता है और जितना फोकस आप अपने पर देंगे उतना आपको एक्सरसाइज करने का फायदा मिलेगा। एक्सरसाइज करने से हमारी पुर्ण शरीर की माँसपेशिया लचीली एवं मजबूत रहती है और यह सबसे महत्वपूर्ण होता जितना शरीर की माँसपेसिया मजबूत और लचीली रहेंगी उतना शरीर में दर्द कम रहेगा। एक्सरसाइज को धीरे – धीरे करना चाहिए और जिस दिन मन करने का न हो नहीं करना चाहिए क्योकि आपका ध्यान एक्सरसाइज पर नहीं लगेगा जिस कारण गलत तरीके से एक्सरसाइज करने  पर आपको नुकसान हो सकता है।

कमर दर्द या पीठ दर्द के लिए योगिक, आयुर्वेदिक इलाज (उपचार)

1.प्राम्भिक स्वस्थ एवं व्यवस्था – अगर कमर दर्द ज्यादा हो तो तुरंत कड़े बिछावन पर लेट जाये और कमर को हिलाना – डुलना कम करे जब तक खिसकी या टूटी हड्डी ठीक या सूजन कम न हो जाये बिस्तर पर पूर्ण विश्राम करे। सूजन वाली जगह पर बारी से गर्म और ठंडी पट्टी लगाने से आराम मिलेगा। और सरसों के तेल की हल्की मालिश भी आराम देगी।

2. बैठने का तरीका – अपने काम को करते हुए इस तरीके से बैठे जिसमें आपकी कमर सीधी हो और हर एक घंटे के बाद खड़े हो और अपने ऊपरी शरीर को हिला डुला ले जिससे कमर दर्द होने की संभावना कम हो सकती है।

3. योगिक अभ्यास – योग हमारे शरीर को मजबूत बनाता है। योग में पीठ को पीछे झुकाने वाले आसन करे जिससे हड्ड़ियो की मांसपेशियां अपने स्थान पर जाने योग्य हो जाये और रुधिर का संचार होने लगे। इन आसनों को धीरे- धीरे बढ़ाये जब तक पीठ ठीक से मुड़ने – झुकाने न लगे।

4. आसनों की विधि – जब कमर दर्द ज्यादा हो तो पेट के बल (मकरासन) और पीठ के बल (शवासन) वाले आसनों को करने से डिस्क पर तनाव कम पड़ता है और दर्द कम होता है तथा रोग जल्दी ठीक हो जाते है। जैसे−जैसे दर्द कम होता जाय भुजंगासन, सर्पासन, अर्धसलभासन, वज्रासन, उष्ट्रासन, मेरुवक्रासन, इन सभी आसनों का प्रतिदिन अभ्यास करे। और आसनों के अभ्यास के बाद शवासन या योगनिंद्रा जरूर करे। इन सभी आसनों का अभ्यास योग निर्देशक की देख − रेख में करें।

5. आयुर्वेदिक उपचार – आयुर्वेद विज्ञानं की वह शाखा है जो हमारे शरीर को शुद्ध और रोग मुक्त करता है। कमर दर्द या पीठ दर्द होने पर कई लोग आयुर्वेद का सहारा लेते है और जल्दी से ठीक हो जाते है क्योंकि आयुर्वेद में इलाज करने से हमारे शरीर पर कोई अन्य दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है इसलिए कई लोग कमर दर्द या पीठ दर्द या जोड़ो के दर्द अन्य रोग की स्थिति में आयुर्वेद से इलाज करते है। आयुर्वेदिक एक प्राकृतिक चिकित्सा है जिसमें रोगों का पूर्ण तरह इलाज करके रोगी पहले की तरह स्वस्थ एवं मजबूत होता है।

6. भोजन – जिन भोजनों में पोषक तत्वों की मात्रा अधिक हो वह भोजन करे पहले हल्का और तरल युक्त भोजन करे। हरी सब्जियाँ, विटामिन वाले फल और खिचड़ी खायें। सात्विक भोजन हमारे कब्ज रोग को दूर करते है क्योंकि बिस्तर पर बराबर आराम करने से कब्ज रोग उत्पन्न हो जाता है। ऐसे सभी भोजन जिनसे कब्ज होता है जैसे – मांस, पनीर, अधिक तेल या मसालेदार भोजन आदि नहीं खानी चाहिए। क्योंकि कब्ज कमर या पीठ दर्द को बढ़ाता है इसलिए अच्छा भोजन करे और स्वस्थ रहे।

7. फिजियोथेरेपी (physiotherapy)भौतिक साधनों का उपयोग करके चोट या बीमारियों का उपचार ही फिजियोथेरेपी है। यह हमारे शरीर की मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत अथवा जोड़ता है, यह हमारे कमर दर्द के लिए बहुत उपयोगी थेरेपी है जिसके उपयोग से हम जल्दी ठीक हो सकते है।

कमर दर्द (Back pain) के लिए योग आसनों के द्वारा दर्द का उपाय

आजकल कमर दर्द एक आम समस्या बन चुकी है जिसके कारण बच्चे से लेकर बूढ़े तक के लोग इस समस्या से परेशान है। कमर दर्द के लिए कुछ योग आसनों का प्रतिदिन अभ्यास करने से आपको कमर दर्द से राहत मिलेगी। तो आइये कुछ ऐसे योग आसन जिनसे आपके कमर दर्द को जल्दी राहत मिलेगी।

1. भुजंगासन

2. नौकासन

3. चक्रासन

4. धनुरासन

5. सूर्य नमस्कार

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अजितेश कुँवर, कुँवर योगा, देहरादून के संस्थापक हैं। भारत में एक लोकप्रिय योग संस्थान, हम उन उम्मीदवारों को योग प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान करते हैं जो योग को करियर के रूप में लेना चाहते हैं। जो लोग योग सीखना चाहते हैं और जो इसे सिखाना चाहते हैं उनके लिए हमारे पास अलग-अलग प्रशिक्षण कार्यक्रम हैं। हमारे साथ काम करने वाले योग शिक्षकों के पास न केवल वर्षों का अनुभव है बल्कि उन्हें योग से संबंधित सभी पहलुओं का ज्ञान भी है। हम, कुँवर योग, विन्यास योग और हठ योग के लिए प्रशिक्षण प्रदान करते हैं, हम योग के इच्छुक लोगों को इस तरह से प्रशिक्षित करना सुनिश्चित कर सकते हैं कि वे दूसरों को योग सिखाने के लिए बेहतर पेशेवर बन सकें। हमारे शिक्षक बहुत विनम्र हैं, वे आपको योग विज्ञान से संबंधित ज्ञान देने के साथ-साथ इस प्राचीन भारतीय विज्ञान को सही तरीके से सीखने में मदद कर सकते हैं।

 

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About Kunwar Ajitesh

Mr. Ajitesh Kunwar Founder of Kunwar Yoga – he is registered RYT-500 Hour and E-RYT-200 Hour Yoga Teacher in Yoga Alliance USA. He have Completed also Yoga Diploma in Rishikesh, India.

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