पथरी का इलाज ठीक करने के लिए आसान उपाय एवं घरेलू नुस्खे

पथरी का इलाज – पथरी एक बहुत दर्द देने वाला रोग है, यह किसी भी उम्र में हो जाता है। पथरी का दर्द बहुत अधिक होता है इसलिए इसे गंभीर रोगों में से एक माना जाता है। यह मनुष्य के गुर्दे और पित्त में बनती है। हर व्यक्ति के शरीर में पथरी का साइज अलग अलग होता है पथरी होने पर रोगी को पेशाब करने में दर्द और जलन होती है और कई बार पेशाब रुक भी जाता है। पथरी अगर छोटी हो तो वह मूत्र के साथ बाहर भी निकल जाती है। यहाँ हम आपको पथरी के घरेलू उपाय के बारे में बताएँगे, जिनसे पथरी के दर्द को कम किया जा सकता है और पथरी को प्राकृतिक तरीके से शरीर से बहार निकला जा सकता है।

पेट या किडनी (गुर्दे) में पथरी होने के लक्षण क्या होते हैं?

पथरी

अगर पथरी का साइज छोटा हो तो यह मूत्र मार्ग से निकल जाती है परन्तु पथरी का साइज बढ़ने पर यह मूत्र मार्ग से नहीं निकल पाती, जिससे मूत्र मार्ग अवरुद्ध हो जाता है और असहनीय दर्द होने लगता है। यह दर्द अचानक से पेट के निचले हिस्से या उनकी कमर के एक साइड में शुरू होता है और समय के साथ बढ़ता जाता है।

1. पथरी का दर्द पेट के निचले हिस्से में बहुत अधिक होता है और यह दर्द रुक – रुक कर होता है।
2. पेशाब करते समय दर्द होता है।
3. पेशाब में से बदबू आने लगती है।
4. पेशाब का रंग भी बदल जाता है, यह रंग भूरा, गुलाबी या लाल हो सकता है और धुंधला सा हो जाता है।
5. पथरी होने पर बहुत दर्द होता है जिसके कारण ठीक से ना बैठा जा सकता है न ही खड़ा हुआ जाता है और ना ही ठीक से लेट पाते है।
6. पथरी के दर्द के साथ साथ बुखार होना, ठण्ड लगना, उलटी आना जैसे लक्षण देखने को मिलते है।

पथरी होने की वजह, कारण क्या है? एवं पथरी क्यों होती है?

गुर्दे और पित्त में पथरी होने के कुछ सामान्य कारण जिनसे मनुष्य में पथरी होने लगती है:

1. अधिक कैल्शियम युक्त भोजन लेने अथवा ऐसी दवाओं जिनमे कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है, उनके अधिक सेवन से पथरी बनने लगती है।

2. पानी की कमी होने से। अधिकतर बीमारी पानी की कमी के कारण होती है क्योंकि शरीर का 74% भाग पानी से बना हुआ है इसलिए पानी की कमी होने पर शरीर में बीमारियां होने लगती है।

3. पानी कम होने पर पेशाब सही से नई आता जिससे पेट में मौजूद कण बाहर नहीं आ पाते और आगे चलकर पथरी बन जाते है।

4. पेशाब को बहुत देर तक रोकना भी गुर्दे की पथरी के बनने में सहयता करता है।

5. धूल मिट्टी वाली जगह में रहना और ऐसा भोजन करना जिसमे धूल के कण हो।

पेट की पथरी का इलाज, घरेलू नुस्खा और उपाय के बारे में जानकारी

पथरी का

पेट की पथरी के लिए यहाँ पर कुछ घरेलू उपाय दिए गए है जिनके निरंतर प्रयोग से पथरी को शरीर से बाहर किया जा सकता है।

1. अधिक मात्रा में पानी पियें – पानी पीने से पथरी को बनाने वाले पदार्थ पानी के साथ घुल जाते है और मूत्र के साथ बहार आते है अतः जितना हो खूब पानी पियें। पानी की सही मात्रा मनुष्य की हेल्थ को बनाये रखती है।

2. नारियल का पानी पियें – नारियल का पानी पथरी के दर्द में आराम करता है और पथरी को गलने का काम करता है इसलिए पेट की पथरी में नारियल पानी पियें।

3. पेट की पथरी में पुदीने का पानी पिने से भी पथरी के रोग में आराम मिलता है।4. पेट की पथरी के रोगी को जामुन खाना चाहिए, जामुन पथरी से निजात दिलाता है।

5. गेहूं की घास का रस पिने से पथरी और पेट के अन्य रोगो में आराम मिलता है। गेहूं की घास में मैग्नीशियम, पोटेशियम, क्लोरोफिल, एमिनो एसिड और विटामिन-बी पाए जाते है जो व्यक्ति को निरोग बनाते है इसलिए रोजाना एक गिलास गेहूं की घास का रस पियें।

6. तुलसी हर रोग में काम आती है। तुलसी के पत्तो का रस बनायें, तुलसी के रस में एक चम्मच शहद मिला लें और रोजाना इसे नियमित रूप से पियें। तुलसी के पत्तो को चबाकर भी उपयोग में लाया जा सकता है।

7. तरबूज खाएं – तरबूज में भरपूर मात्रा में पानी होता है और साथ ही तरबूज में ऐसे पदार्थ होते है जो किडनी को मजबूत बनाते है।

8. पेट की पथरी में तरबूज खाने से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ेगी जिससे पेशाब बहुत आएगा। पेशाब ज्यादा मात्रा में आने से पथरी पिघलकर पेशाब के साथ घुलकर शरीर से बहार आजायेगी।

9. अजवायन का सेवन करें। अजवायन पेट की पथरी के दर्द से निजात दिलाता है इसके सेवन से पेशाब भी ज्यादा आता है जो पथरी को दूर करने में सहायता करता है। इसलिए रोजाना अजवायन का प्रयोग करें इसके लिए अजवायन को पानी से लें।

10. रोजाना प्याज को सलाद के रूप में और प्याज की सब्जी बनाकर खाएं। रोज सुबह खाली पेट प्याज का रस निकाल कर पियें।

11. अनार को रोजाना खाये अथवा जूस बनाकर पियें अनार किडनी की पथरी में मदद करता है।

12. पथरी के इलाज में केले का सेवन नियमित रूप से करें केले में विटामिन-बी होता है जो पथरी को ख़त्म करता है और पथरी को बनाने वाले क्रिस्टल पथरी को बनाने से रोकता है।

13. निम्बू पानी पियें- निम्बू पथरी निकालने में प्रचलित और असरदार उपाय है। निम्बू पानी पीने से शरीर की पथरी बहुत तेजी से खत्म हो जाती है। निम्बू पानी पथरी को गला कर शरीर से बाहर निकल देता है इसलिए पथरी होने पर रोजाना दो से तीन गिलास निम्बू पानी पियें।

गुर्दे की पथरी के इलाज के परहेज के बारे में कुछ जानकारी

यदि आप गुर्दे की पथरी का इलाज कर रहे हैं तो आवश्यक है कि उचित परहेज भी करें। बिना परहेज के इलाज करने से लाभ नहीं मिलता है अतः इलाज के साथ परहेज करना आवश्यक है।

1. गुर्दे की पथरी के रोगी को मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए।
2. गुर्दे की पथरी का इलाज होने तक नॉनवेज खाना नहीं खाएं जितना हो शाकाहारी भोजन ही खाएं।
3. गुर्दे की पथरी के रोगी जिन फलों और सब्जियों में बीज हो उन्हें ना खाएं अथवा उनमे से बीज निकल कर खाएं।
4. गुर्दे की पथरी के रोगी खट्टा और अधिक भारी भोजन ना खाएं।
5. तरल पदार्थों का सेवन खूब करें जिससे शरीर में पानी की मात्रा अधिक बानी रही।
6. गुर्दे की पथरी के रोगी पेशाब को रोके नहीं।

पेट या किडनी में पथरी होने के लिए योग आसनों के द्धारा उपाय

पथरी की समस्या से आजकल बहुत लोग परेशान है। क्योकि यह एक ऐसा रोग है जिसमे रोगी न ढंग से भोजन कर सकता है और न ही ढंग से कोई काम कर सकता है। इस समस्या या रोग को दूर करने के लिए योग अभ्यास का प्रतिदिन अभ्यास बहुत जरुरी है। योग अभ्यासों को करके आपकी पथरी जल्दी से ठीक हो सकती है। तो आइये कुछ ऐसे योग आसन जिनका प्रतिदिन अभ्यास करके आप अपने पथरी की समस्या या रोग को बस कुछ ही दिनों में कम एवं ठीक कर सकते है।

1. सर्वांगासन

2. पवनमुक्तासन

3. वज्रासन

4. अनुलोम – विलोम प्राणायाम

5. कपालभाति क्रिया

6. षट्कर्मा

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अजितेश कुँवर, कुँवर योगा, देहरादून के संस्थापक हैं। भारत में एक लोकप्रिय योग संस्थान, हम उन उम्मीदवारों को योग प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान करते हैं जो योग को करियर के रूप में लेना चाहते हैं। जो लोग योग सीखना चाहते हैं और जो इसे सिखाना चाहते हैं उनके लिए हमारे पास अलग-अलग प्रशिक्षण कार्यक्रम हैं। हमारे साथ काम करने वाले योग शिक्षकों के पास न केवल वर्षों का अनुभव है बल्कि उन्हें योग से संबंधित सभी पहलुओं का ज्ञान भी है। हम, कुँवर योग, विन्यास योग और हठ योग के लिए प्रशिक्षण प्रदान करते हैं, हम योग के इच्छुक लोगों को इस तरह से प्रशिक्षित करना सुनिश्चित कर सकते हैं कि वे दूसरों को योग सिखाने के लिए बेहतर पेशेवर बन सकें। हमारे शिक्षक बहुत विनम्र हैं, वे आपको योग विज्ञान से संबंधित ज्ञान देने के साथ-साथ इस प्राचीन भारतीय विज्ञान को सही तरीके से सीखने में मदद कर सकते हैं।

 

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About Kunwar Ajitesh

Mr. Ajitesh Kunwar Founder of Kunwar Yoga – he is registered RYT-500 Hour and E-RYT-200 Hour Yoga Teacher in Yoga Alliance USA. He have Completed also Yoga Diploma in Rishikesh, India.

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