पीलिया रोग का इलाज और पीलिया के शुरुआती लक्षण एवं घरेलू उपाय

 piliya rog kya hota hai in hindi

पीलिया पेट से सम्बंधित रोग है, जो पाचन तंत्र के कमजोर होने से होता है। पीलिया रोग होने से शरीर में खून की कमी हो जाती है, और आँखे और नाख़ून पीले दिखाई देने लगते हैं। पीलिया के लक्षण दिखते ही पीलिया का इलाज शुरू कर देना चाहिए, यदि पीलिया का सही समय पर सही इलाज ना हो तो यह रोग जानलेवा हो सकता है, इसे काला पीलिया नाम से भी जानते है इसमें रोगी की जान जा सकती है।

पीलिया रोग का इलाज घरेलू और देसी नुस्खों के द्वारा किया जा सकता है। पीलिया का इलाज कोई सा भी हो इसमें इलाज के साथ - साथ परहेज करना बहुत जरुरी है क्योंकि इसमें लीवर कमजोर हो जाता है अतः कोई भी मसालेदार और की जगह सादा और हल्का भोजन करना चाहिए। 

पीलिया रोग के कारण | पीलिया के प्रकार | पीलिया के लक्षण

पीलिया रोग के कारण - अधिक शराब पीना, अधिक नमक और अधिक तीखा भोजन और दूषित भोजन करने से लीवर में इन्फेक्शन होता है जो पीलिया रोग होने का मुख्य कारण है। लीवर में इन्फेक्शन अथवा लीवर के कमजोर होने से पीलिया रोग हो जाता है। शरीर में खून की कमी होने से भी यह रोग होता है।

पीलिया रोग के प्रकार - पीलिया हैपेटाइटिस नाम के वायरस से होता है इसी आधार पर पीलिया मुख्यतः तीन प्रकार का होता है -
1. हैपेटाइटिस ए
2. हैपेटाइटिस बी
3. हैपेटाइटिस नॉन-ए व नॉन-बी।

हैपेटाइटिस ए और नॉन-ए व नॉन -बी प्रकार का वायरस लगभग सरे संसार में पाया जाता है। यह वायरल दूषित जल, भोजन के करने से और भीड़ और गंदगी वालो जगहों में ज्यादा फैलता है। हैपेटाइटिस बी खून के आदान-प्रदान और योन क्रियाओं द्वारा फैलता है,यह रोग किसी भी मौसम में हो सकता है।

पीलिया के लक्षण - यह रोग धीमी गति से होता है, शुरुआत में इस रोग के लक्षण दिखाई नहीं पडते परन्तु जब रोग बढ़ने लगता है तो रोगी की आँखे और नाख़ून पीले हो जाते हैं जो की इसके सबसे सामान्य और बड़े लक्षण है।
इसके आलावा अन्य लक्षण जिनसे पीलिया रोग होने का पता लगता है -

1. शरीर में बुखार रहना।
2. जी मिचलाना और उल्टियां होना।
3. सर में दर्द रहना।
4. अत्यधिक कमजोरी और थकान लगना।
5. पीला पेशाब आना।
6. आँखे और नाख़ून का पीला हो जाना।
7. भूख न लगना।
8. आँखे दर्द होना।

पीलिया रोग का घरेलू इलाज हिंदी | पीलिया रोग के उपचार की विधि

 piliya ka gharelu ilaj in hindi

पीलिया का इलाज: घरेलू उपाय और देसी नुस्खों के द्वारा पीलिया रोग को नियंत्रित करा जा सकता है। अधिकतर पीलिया का रोग साधारण होता है परन्तु कई बार यह रोग पर लीवर को कमजोर बना देता है, जिससे लीवर के अन्य रोग होने लगते है। वैसे तो पीलिया का इलाज डॉक्टर के पास जाकर करना चाहिए साथ ही कुछ घरेलू उपाय के द्वारा पीलिया रोग का इलाज किया जा सकता है जिनके निरंतर इस्तेमाल से पीलिया रोग को दूर किया जा सकता है।

1. पीलिया के रोगी को ताज़ी मूली का रस अथवा उनके पत्तो का रास निकलकर पीना चाहिए मूली के रस से जी मिचलाना सही होता है और भूख बढ़ने लगती है।
2. गन्ने का जूस पीलिया के रोग को दूर करने में महत्वपूर्ण होता है पीलिया के रोगी को प्रतिदिन दो से तीन गिलास ताजे गन्ने का जूस पीना चाहिए।
3. पीलिया के रोग को दूर करने में प्याज का प्रयोग भी किया जाता है। प्याज को बारीक़ काट कर इसमें काली मिर्च पीसकर, काला नमक और निम्बू का रस मिलाकर रोज दिन में दो से तीन बार सुबह-शाम सेवन करें।
4. संतरे और अन्य फलों का रस इस रोग में लाभदायक होता है। फलों का ताजा रस पीना चाहिए
5. निम्बू का रस पीने से लीवर तंदरुस्त हो जाता है, निम्बू की शिकंजी बना कर पीना चाहिए।
6. सुबह के समय खाली पेट टमाटर के जूस में नमक और काली मिर्च मिलाकर पीने से पेट के रोग दूर होते हैं।
7. पीलिया के रोगी को गाजर गोभी तथा अन्य सब्जियों का रस निकाल कर पीना चाहिए। लगातार सब्जियों का रस पीने से लीवर को ताकत मिलती है।
8. आंवला भी पीलिया के रोग में बहुत लाभकारी होता है। आंवला लीवर को स्वस्थ करता है। इसके लिए फ्रेश आंवले का रस अथवा आंवले के पाउडर को पानी के साथ लें।
9. रोगी को लहसुन की 3 – 4 कलियों को पीसकर दूध के साथ लेने से लीवर को ताकत मिलती है और पीलिया का जड़ से इलाज होता है।
10. लीवर के रोग के लिए नारियल पानी सबसे प्रचलित उपाय में से एक है। पीलिया रोग में खाना नहीं खाया जाता इसलिए रोगी को तरल पदार्थ का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए।
11. नारियल का पानी रोगी को दिन में दो बार पीने के लिए दें यदि रोगी की हालत गंभीर हो तो दिन भर नारियल पानी ही पिलायें निरंतर 4 से 5 दिन नारियल पानी के प्रयोग करने से रोगी अपने को बिलकुल स्वस्थ महसूस करेगा। ये प्रयोग बहुत से लोगो पर सफल रहा।

नोट: इलाज के दौरान रोगी को बिस्तर पर अधिक से अधिक आराम करना चाहिए, रोगी को घूमना फिरना नहीं चाहिए। रोगी को फलो का तजा जूस पिने को दें। अधिक मसालेदार, तला हुआ भोजन और गरम चीजों से परहेज करें। रोगी को हल्का भोजन दे जो आसानी से पच सके जैसे दलिया, पपीता, खिचड़ी।

पीलिया रोग का बचाव | पीलिया रोग से बचने के घरेलू उपाय हिंदी

पीलिया के रोग से बचने और रोग की रोकथाम के लिए कुछ साधारण बातों का विशेष रूप से ख्याल रखना चाहिए।
1. साफ - सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। शौच जाने के बाद हाथो को साबुन से अच्छे से धोना चाहिए।
2. खाना बनाने, परोसने, खाने से पहले और बाद में साबुन से अपने हाथो को अच्छी तरह से धोना चाहिए व तजा और गर्म भोजन ही करना चाहिए।
3. खाने की वस्तुओ को हमेशा ढक कर रखना चाहिए ताकि कोई धूल या गंदगी उनके ऊपर ना पड़े और हमेशा धोकर ही प्रयोग करना चाहिए।
4. गले हुए, पहले से कटे फलो को ना खाएं, हमेशा ताजे फलो को और साफ पानी से अच्छे से धोकर ही खाएं।
5. दूध और पानी को गर्म करके पीना चाहिए।
6. अपने शौचालय को हमेशा साफ रखे।
7. इंजेक्शन लगाने वाली सुई को हर प्रयोग के बाद अवश्य बदले अन्यथा इस्तेमाल सुई रोग को फैलाने में सहायता कर सकती है।
8. रक्तदान करने से पहले खून की पूर्ण रूप से जांच अवश्य करा लें।
9. किसी भी अनजान व्यक्ति से बिना सुरक्षा के योन सम्बन्ध ना बनायें।

पीलिया रोग के लिए योग | पीलिया रोग से बचने के लिए योग विधि

पीलिया रोग ज्यादातर गर्मियों के मौसम में होता है और यह हमारे गलत खानपान और गलत रहनसन से ज्यादा होता है। पीलिया रोग से बचने के लिए योग लाभकारी एवं जल्दी राहत देता है। पीलिया रोग के समय या रोग होने के शुरुआती दौर में कुछ योग आसनों का प्रतिदिन अभ्यास करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और रोग जल्दी ठीक हो जायेगा। तो आईये कुछ योग आसनों के उपाय से पीलिया रोग को कैसे दूर करें -

1. मंडूकासन

2. प्राणायाम

3. योग मुद्रा

4. ध्यान (मेडिटेशन)

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